नई दिल्ली: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में आतंकी हमले को लेकर नया खुलासा हुआ है। खुलासे में यह दावा किया गया है कि हमलावरों में से दो का संबंध भारतीय मुस्लिम धर्मगुरुओं से था। ढाका में जिंदा पकड़े गए आतंकियों ने जांच एजेंसियों को बताया कि उसके एक साथी का संबंध मुंबई के रहने वाले विवादित इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नायक हैं, जबकि दूसरा बेंगलुरु का इस्लामिक स्टेट प्रॉपेगैंडिस्ट मेहदी मसरूर बिश्वास है। फिलहाल मेहदी जेल में है और उसके खिलाफ ट्रायल चल रही है।
मुस्लिम गुरु जाकिर नायक पेशे से (50) डॉक्टर है, जिसकी ख्याति बतौर इस्लामिक धर्मगुरु पूरे विश्व में है। जाकिर नायक पहली बार विवादों में तब आया था जब उसने ओसामा बिन लादेन को आतंकी कहने से इंकार कर दिया था। जाकिर ने सभी मुसलमानों को आतंकवादी बनने की नसीहत दी थी।
ऐसा बताया जाता है कि जाकिर हज के लिए सऊदी गया हुआ है। जाकिर नायक ने 2010 में मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था, मैं सारे मुस्लिमों से कहता हूं कि हर मुसलमान को आतंकी होना चाहिए। आतंकी मतलब ऐसा आदमी जो भय फैलाए। जब एक डकैत पुलिसवाले को देखता है तो वह आतंकित होता है। डकैत के लिए एक पुलिसवाला आतंकी है।
इस संदर्भ में हर डकैत के लिए एक मुस्लिम को आतंकी होना चाहिए। जाकिर नायक फिलहाल उमराह (मिनीहज) के लिए सउदी अरब गए हुए हैं। पीस टीवी पर अपने धार्मिक कार्यक्रमों की वजह से जाकिर बांग्लादेश में भी काफी लोकप्रिय है। कई देश की सरकारों ने जाकिर नाईक के प्रवेश पर रोक लगा रखी है। अगर ढाका में जाकिर नाईक के खिलाफ मुकदमा दर्ज होता है तो संभव है कि भारतीय एजेंसियां उसकी गिरफ्तारी का प्रयास कर सकती हैं।
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