किसी ने सच ही कहा है कि खुदा से मांगोगे तो ज़रूर मिलेगा। ऐसा ही इस महिला के साथ हुआ जब इसने हज़रत अली के मज़ार पर दुआ के लिए हाथ उठाए तो करिश्मा ही हो गया. अभी दुआ ही मांगी थी की उसकी दुआ तुरंत कबूल हुई और इस महिला की आँखों की रौशनी वापस आ गई.
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मक्का और मदीना सऊदी अरब की हेजिरा डिस्ट्रिक्ट के हाइटेक शहरों में से हैं। मक्का शहर पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्म स्थान है और इसे इस्लाम के पवित्र शहर के तौर पर जाना जाता है।
यहां से तिजारत के बाद हजयात्री मदीना शहर जाते हैं। जानिए मक्का और मदीना शहरों के बारे में…
मक्का मस्जिद अल हरम, बैथ उल्लाह, सफा और मारवा जैसी पवित्र मस्जिदों के लिए मशहूर है। यहां मौजूद मस्जिद अल हरम दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिद है। इसे ग्रैंड मस्जिद के नाम से भी जाना जाता है।
हाल ही यहां 1,972 फीट लंबे अबराज अल बैत टावर्स बने हैं, जिसमें बड़ी सी घड़ी लगी है। इसे मक्का टावर के नाम से जानते हैं। इसके अलावा जबल अल-नूर में मौजूद गुफा और आबे जमजम भी काफी मशहूर हैं। आबे जमजम के पानी को बहुत पवित्र माना जाता है।
मदीना वो जगह है, जहां पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब ने अपनी जिन्दगी के आखिरी दिन बिताए थे। मक्का के बाद मदीना दूसरा सबसे पवित्र इस्लामिक शहर है।
नेपाल की 13 वर्षीय तैराक गौरिका सिंह रियो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी हैं. और बैकस्ट्रोक तैराक गौरिका सिंह नेपाल की ओलंपिक जा रही सात सदस्यीय टीम का हिस्सा हैं.
इसी साल भारत में हुए दक्षिण एशिया खेलों (सैफ़ गेम्स) में गौरिका सिंह ने चार मेडल जीते थे. किसी भी अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में नेपाल की तरफ़ से जीतने वाली वो पहली खिलाड़ी बन गई थीं. नेपाली भाषा के अख़बार ई-कांतिपूर ने उन पर एक फ़ोटो फ़ीचर करते हुए लिखा है कि वो नेपाल में आए भूकंप में बच गई थीं.
नेपाल की मीडिया में हर चरफ़ उनकी तारीफ़ हो रही है. 5 अगस्त से 21 अगस्त तक होने वाले ओलंपिक में दुुनिया भर के क़रीब 10 हज़ार खिलाड़ी हिस्सा लेंगे. नेपाल में जन्मी लेकिन लंदन में रहने वाली गौरिका सिंह को नेपाल के लगभग सभी अख़बार पहले पन्ने पर जगह दे रहे हैं. काठमांडू पोस्ट ने उन्हें ''नेपाल की सबसे बेहतरीन तैराक'' क़रार दिया है.
उस समय वो एक इमारत की पांचवी मंज़िल पर थीं लेकिन भाग्यवश उनकी इमारत सुरक्षित थी. उस भूकंप में आठ हज़ार से ज़्यादा लोग मारे गए थे. अप्रैल 2015 में नेपाल में आए भूकंप के समय वो काठमांडू में चल रहे नेशनल गेम्स में हिस्सा ले रही थीं.
तीन साल की उम्र में बच्चा ना सही से लिख सकता है और ना पढ़ सकता है भला इस उम्र में कोई किसी किताब को कैसे पूरी से याद कर सकता है लेकिन अल्जीरिया के एक तीन साल से भी कम उम्र अब्दुल रहमान ने ये कारनामा कर दिया है
ताज्जुब करने वाली बात कि वो भी बच्चे ने सुन सुन के पुरे क़ुरआन का याद किया है अब्दुल रेहमान ने क़ुरआन को इतनी कम उम्र में हिफ़्ज़ करके पूरी दुनिया में एक रिकार्ड बनाया है
बच्चे का नाम गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने जा रहा है
तीन साल की उम्र में बच्चा ना सही से लिख सकता है और ना पढ़ सकता है भला इस उम्र में कोई किसी किताब को कैसे पूरी से याद कर सकता है लेकिन अल्जीरिया के एक तीन साल से भी कम उम्र अब्दुल रहमान ने ये कारनामा कर दिया है
ताज्जुब करने वाली बात कि वो भी बच्चे ने सुन सुन के पुरे क़ुरआन का याद किया है अब्दुल रेहमान ने क़ुरआन को इतनी कम उम्र में हिफ़्ज़ करके पूरी दुनिया में एक रिकार्ड बनाया है
बच्चे का नाम गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने जा रहा है
पाकितान से भारत खींच लाई शिव की भक्ति लगभग 150 कावड़िए पहुंचे हरिद्वार, लोगों ने उनका दिल खोलकर स्वागत किया। इनके पहुंचने से हरिद्वार की जमीन पर आस्था का एक नया रंग दिखाई दिया। पाकिस्तान से हकिद्वार पहुंचने से सभी कांवड़िए भोले बाबा की भक्ति में लीन दिखाई दिए।
जी हाँ आपको बतादे कि सबसे पहले इन सभी कांवड़ियों ने गंगा में स्नान किया और फिर भगवान का जल लेकर हरिद्वार में ही भगवान शिव की कावंड़ को चढ़ाया। ऐसा पहली बार हुआ जब इतनी बड़ी संख्या में पाकिस्तान से कांवड़िए हरिद्वार आए हैं। पाकिस्तान से आए इन श्रद्धालुओं को देखने के लिए हरिद्वार में लोगों का भीड़ उमड़ पड़ा। अब ये लोग 27 जुलाई को चारधाम यात्रा पर निकलेंगे।
भारत सरकार ने भी इनकी यात्राओं को लेकर राज्य से बात की है कि उनकी यात्रा में विशेष व्यवस्था रखी जाए. ये पाकिस्तान से एक महीने के लिए आए है ये कावड़िए लाहौर कराची और अन्य प्रदेशों से आए हैं.पाकिस्तान से यहां आकर ये लोग मानते है कि उन्हें यहां आकर जरा भी नहीं लग रहा है कि वो किसी और प्रान्त में है. बल्कि वो इसे भी अपना घर ही मानते है. हलाकि इनमे से कुछ लोग ऐसे भी है जो हर साल भारत आकर चारधाम यात्रा करते है.
पाकिस्तान से आए ये हिन्दू परिवारो ने हरिद्वार और उत्तराखंड आने के लिए काफी समय से आवेदन किया हुआ था, लेकिन किसी ना किसी कारण हर बार ये लोग नहीं आ पाते थे. लेकिन जैसे ही सभी को भारत आने की अनुमति मिली वैसे ही ये लोग भगवन की भक्ति के लिए निकल गए.
आज तक आपने सुना और देखा भी होगा कि हर बाल काटने वाले की दुकान पर बल कैची से काटे जाते है मगर यहाँ मामला कुछ और हैं यहाँ बाल कैची से नही बल्कि कुल्हाड़ी से काटे जाते है. देखें विडियो
एक रिसर्च के अनुसार जैसे जैसे दुनिया आधुनिकता की ओर कदम रख रही है वैसे वैसे लोगो को यह प्रतीत होता जा रहा है की जो ज़माना गुज़र चूका है वही सबसे बेहतर था. हाल ही में इथोपिया तथा स्वीडन के शोधकर्ताओं ने खुलासा किया है की अगर चिकेन को पास रखकर सोया जाये तो मलेरिया के मच्छर पास नही आते.
स्वीडन और इथोपिया के शोधकर्ताओं ने मच्छरों पर परीक्षण किया। इस दौरान देखा गया कि करीब 1,200 में से सिर्फ एक मच्छर ने ही ऐसे व्यक्ति या मवेशी को काटा था, जिसके पास चिकन थे।
यह चौंका देने वाला खुलास वैज्ञानिकों ने किया है। इथोपिया में की गई एक स्टडी में सामने आया है कि जहां मच्छरों में इंसानी खून के प्रति स्वाद पाया जाता है, वहीं वे मुर्गे से आनी वाली दुर्गंध से दूर भागते हैं।
एक शोधकर्ता, स्वीडिश यूनिवर्सिटी ऑफ ऐग्रिकल्चरल साइसेंज के प्रफेसर रिकर्ड इग्नेल ने बताया, ‘हम यह देखकर हैरान रह गए कि मुर्गे से निकलने वाले दुर्गंध से मलेरिया के मच्छर दूर भागते हैं। पहली बार इस स्टडी में यह बात सामने आई है कि मलेरिया के मच्छर जानवरों की कुछ प्रजातियों का खून नहीं पीते हैं और इसका मुख्य कारण गंध है।’
अंटार्कटिका की मैक-मरडो घाटी में स्थित वाटरफॉल से बहने वाले पानी का रंग खून जैसा है। इसी कारण इस वाटरफॉल को ब्लड फॉल नाम से भी जाना जाता है।
दुनिया के सबसे ठंडे महाद्वीप अंटार्कटिका में एक ऐसा वॉटर फॉल है जहां पानी नहीं बल्कि खून बहता है। यकीन मानिए यहां बहने वाले पानी का रंग खून के जैसा गाढ़ा लाल है। सबसे पहले 1911 में अमरीकी जीव विज्ञानी ग्रिफिथ टॉयलर ने इसकी खोज की थी। यह ब्लड फॉल पांच मंजिला इमारत जितना ऊंचा है।
इस फॉल से लाल रंग के पानी बहने के पीछे कई कारण मशहूर हैं। सबसे पहला ये कि जीव विज्ञानियों के अनुसार, ग्लेशियर के नीचे बहने वाली झील जम गई और ग्लेशियर में दरार पड़ने से बाहर आने लगा।
पानी में मौजूद आयरन ऑक्साइड हवा के संपर्क में आकर लाल रंग का हो जाता है, जिससे पानी का रंग खून जैसा दिखता है। वहीं लोगों का मानना है कि यहां कई आत्माओं का निवास है, जो लोगों को मार देती है, इसी वजह से इसका रंग लाल है।
जनपद संभल के चंदौसी कोतवाली इलाके के ग्राम बुधनगर खांडवा में रात से कुछ अज्ञात जंगली जानवरों ने अपना कहर बरपाया हुआ है किसी का कहना है की ये भेड़िया है तो किसी का कहना है ये जानवर बिलकुल इंसान की तरह है। ये जानवर चार पैरों पर भी चलते हैं और दो पैरों पर भी चलते हैं।
वहीं ग्रामीणों का कहना है की पहले कभी ऐसे जानवरों को नहीं देखा गया है, इन जानवरों का इतना आतंक है की पूरे गांव के लोग इन दो दिनों से सोए नहीं है। ग्रामीण डर की वजह से अपने घरों में ताले डाल कर घरों में कैद होने को मजबूर हैं। पिछले दो दिनों से गांव के बच्चे स्कूल तक नहीं गए हैं। पूरे गांव के लोग अपने बच्चों और घरों की महिलाओ की देख भाल के लिए अपने हाथों में डंडे लेकर पूरी रात और दिन में गस्त करने को मजबूर हैं।
गांव के रहने वाले 55 वर्षीय खूब सिंह अपने घर के बाहर 2 महीने की अपनी पोती के साथ बाहर हवा में लेते हुए थे तभी दो अज्ञात जंगली जानवर आ गए और खूब सिंह की पोती को वहां से उठा कर ले जाने लगे, जब खूब सिंह ने इन जानवरों का विरोध किया तो इन जानवरों ने खूब सिंह को बुरी तरह से घायल कर दिया और मौके से भाग गए। इस हमले में खूब सिंह के साथ-साथ उनकी दो महीने की पोती के भी शरीर भी कई चोटे आयी।
कुछ ग्रामीणों का कहना है ये जानवर बिलकुल इंसानों की तरह कूद रहे हैं और इनके सर भी नहीं है। वहीं वन विभाग के डीएफओ का कहना है की इस पूरे मामले की पहले हमें जानकारी नहीं थी अब संज्ञान में आया है। हम इन जानवरों को पकड़ने के लिए अभी एक टीम भेज रहे हैं जल्द ही पता लगा लेंगे की ये जानवर कौन है। वन विभाग के अधिकारी का कहना है ये जंगली भेड़िया भी हो सकता है या लकड़बग्गा भी हो सकता है हम जल्द ही पता लगा लेंगे की ये है किया?
पिछले दो दिनों से मूसलाधार बारिश होने से बिजनौर की मालन नदी अपने पूरे उफ़ान पर है। एक बाइक सवार युवक इसे पार करने की कोशिश में पानी के तेज़ बहाव में बह गया। बिजनौर हरिद्वार मार्ग पर मालन नदी का पानी सड़क से तीन-चार फिट ऊपर पानी आने के कारण प्रशासन ने इस मार्ग को बंद कर दिया है लेकिन आसपास के लोग मजबूरी में इसको पार करने का जोखिम उठाते नज़र आये और इसी जोखिम में एक मोटरसाइकिल सवार युवक पानी के तेज़ बहाव में बह गया। मौके पर पहुंचे एसडीएम बिजनौर ने बताया कि युवक की तलाश के प्रयास शुरू किये जा रहे हैं। लेकिन अँधेरा होने के बाद प्रसाशन को युवक की तलाश करने में परेशानी हो रही है। बहरहाल, पूरा जिला प्रसाशन युवक की तलाश में जुटा हुआ है।
नर्मदा नदी में वो भी तेज़धार में छलांग लगाना किसी के लिए आसान नहीं है. लेकिन यह हम वीडियो आपको दिखा रहे है इस में एक व्यक्ति ने बड़ी ही आसानी से खड़े खड़े आपने दोस्तों को इशारा करते हुए नर्मदा नदी में ऐसे छलांग लगा डाली मनो जैसे नर्मदी नदी में छलांग लगाना बच्चों का काम हो. आगे क्या हुआ देखे वीडियो को…
कहा जाता है कि इंसान से ज़्यादा वफादार तो कुत्ता है. ऐसी ही वफादारी की मिसाल इस कुत्ते ने पेश की है. इससे पहले कुत्ते की वफादारी की काफी खबरें सोशल मीडिया पर देखने मिली है. लेकिन आज इस कुत्ते जो वफादारी की मिसाल पेश की है उससे देख कर आप भी हैरान हो जांएगे।
जी हा एक कुत्ते ने अपने मालिक और उसके परिवार के 8 लोगो की जान बचाने के लिए अपनी जान क़ुर्बान कर दी।यह नर कुत्ता डाबरमैन नस्ल का था जिसने 4 पहाड़ी कोबरा सांपों के साथ 4 घंटे तक लड़ाई लड़ी और सभी को मार दिया।
लेकिन सांपों के डंसने की वजह से कुत्ते के शरीर में जहर फैल चुका था और अपनी जीत के कुछ ही मिनटों बाद उसने दम तोड़ दिया। और आपने मालिक के साथ साथ उसके परिवार के 8 लोगो की जान बचाई और आपने आप को मौत के हवाले कर दिया.
रिपोर्ट्स के अनुसार भुवनेश्वर से 400 किलोमीटर दूर गजापति जिले के रायगढ़ ब्लॉक का यह मामला है। यहां साबेकपुर गांव में सोमवार रात दिबाकर रेता के घर में 4 सांप घुसने की कोशिश कर रहे थे। घर की हिफाजत कर रहे कुत्ते ने उन्हें रोका जिसके बाद उनके बीच भयंकर लड़ाई हुई। इस लड़ाई की गवाही आंगन तक बिखरा खून दे रहा था।
आपके हाथों छिपा है आपके दर्द का राज़, ये कोई म़ज़ाक नहीं बल्कि असलियत है। आप उस खास जगह को जब दबाएंगे, तब आपको उस अंग के दर्द से राहत मिल जाएगी। हथेली का हर हिस्सा किसी ना किसी अंग से जुड़ा हुआ है।
नई दिल्ली: आधी रात में एकदम सुनसान सड़क पर पूरी तरह सजी धजी दुल्हन अगर एकदम अकेली दिखे तो आपके दिमाग में क्या ख्याल आएगा?
एक दो नहीं, ख्यालों की बरसात होने लगेगी दिमाग में ? कौन है.. कहां से आई है.. क्या हुआ इसके साथ वगैरह वगैरह..।
लेकिन ऐसा ही हुआ, जब लगभग आधी रात के वक्त लोगों ने सड़क पर संदिग्ध हालत में एक नई शादीशुदा दुल्हन को देखा।
ये दुल्हन अपनी कार के बाहर खड़ी थी। कार एकदम सजी धजी थी, जैसे शादी से आई हो। लेकिन इस दुल्हन के साथ उसका दूल्हा नहीं था। उसके बाद इस दुल्हन ने जो हरकत की उसे देखकर सब की हालत खराब हो गई। आखिर ऐसा क्या हुआ....
आप भी देखिए ये वीडियो-
वीडियो सौजन्य: PrankBaaz - Bach Ke Rehna re Baba !