
गामा ने रहीम से बराबर की कुश्ती लड़ी और आखिरकार मैच ड्रॉ हुआ। इस लड़ाई के बाद गामा पूरे देश में मशहूर हो गए। 1895 में गामा का मुकाबला देश के सबसे बड़े पहलवान रुस्तम-ए-हिंद रहीम बक्श सुल्तानीवाला से हुआ।
रहीम की लंबाई 6 फुट 9 इंच थी, जबकि गामा सिर्फ 5 फुट 7 इंच के थे लेकिन उन्हें जरा भी डर नहीं लगा। गामा जब दस साल के थे तभी से उनका जीत का सिलसिला शुरू हो गया था। महज 5 फीट 7 इंच लंबे गामा की लंबाई का कई पहलवानों ने मजाक तक उड़ाया लेकिन वही पहलवान कभी गामा को मैदान पर चित्त नहीं कर पाए।

सलमान खान की सुल्तान और आमिर खान की दंगल इस मामले में ताजा उदाहरण है। सुल्तान और दंगल का खेल तो रील लाइफ में चलेगा लेकिन क्या आप जानते हैं रियल लाइफ के ऐसे सुल्तान के बारे में जिसने अपनी कुश्ती से ब्रूस ली जैसे महान एथलीट को प्रभावित किया था और जिसने आज तक अपनी जिंदगी में कई मुकाबला नहीं गंवाया।
गुलाम मोहम्मद जिन्हें द ग्रेट गामा या गामा पहलवान भी कहा जाता था, दुनिया के सबसे महान रेसलर में से थे। पांच दशक लंबा उनका करियर सभी के लिए एक मिसाल है। खास बात यह है कि इन पचास सालों में उन्होंने एक भी मुकाबला नहीं गंवाया।
उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोरिया के महान एथलीट ब्रूस ली भी उनसे प्रेरणा लिया करते थे। दिन में 5000 बैठक और 1000 से ज्यादा दंड लगाना गामा पहलवान की शेड्यूल में शुमार था। उनकी डाइट में छह देसी चिकन, 10 लीटर दूध, आधा किलो घी और बादाम का टॉनिक शामिल था।
पहलवान पिता मुहम्मद अजीज बक्श की मौत के बाद दतिया के महाराज ने गामा को पेशेवर पहलवान बनाने के लिए अपने पास रख लिया। पहलवानी के गुर सीखते हुए गामा ने महज 10 साल की उम्र में ही कई महारथियों को धूल चटा दी। गामा का नाम आस-पास के राज्यों में फैलने लगा।
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