ऑर्लैंडो हमले के दौरान इमरान युसूफ ने 70 लोगों की बच्ची ज़िन्दगी


इंसानियत से बड़ी दुनिया में शायद ही कोई चीज़ है और इसी इंसानियत को क़ायम रखने की कोशिश की है 24 साल के इमरान यूसुफ़ ने. इमरान यूसुफ़ ने ऑर्लैंडो हमले के दौरान 70 से अधिक लोगों की जान बचाई. ऑर्लैंडो क्लब पे हुई गोलीबारी में 49 लोग मारे गए थे.
ऑर्लैंडो क्लब पे हुई गोलीबारी में 49 लोग मारे गए थे और इसके बाद मीडिया रिपोर्ट्स ने इसे ISIS के द्वारा किया गया हमला बताया. इमरान यूसुफ़ जो कि पल्स नाइट क्लब में बाउंसर की हैसियत से काम करते हैं उन्होंने बताया कि शुरुवात में मुझे लगा तीन चार गोलियां चली हैं.मैं शॉक में था, तीन चार शॉट ग़लत चले गए लेकिन आप कह सकते हैं ये बहुत ख़तरनाक था. ”
आगे यूसुफ़ ने बताया कि लोग एक जगह जमा हो गए थे उसके बग़ल से एक रास्ता था पर उसे खोलना था और मैं उसके लिए चीख रहा था, दरवाज़ा खोलो..दरवाज़ा खोलो..लेकिन सब डरे हुए थे..तब मेरे पास सिर्फ़ एक चारा था.. मैं उस लैच पर कूद गया और मैंने वोह खोल दिया…
अगर ऐसा नहीं होता तो सभी मारे जाते. यूसुफ़ ने कहा काश वो और लोगों को बचा पाते. उन्होंने एक फेसबुक मेसेज के ज़रिये लोगों को उन लोगों का साथ देने की बात कही जिनके परिवार वाले ऑर्लैंडो में हताहत हुए हैं. अफ़ग़ानिस्तान में भी काम कर चुके युसूफ ने लोगों के प्यार के लिए शुक्रिया कहा. 

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इंसानियत से बड़ी दुनिया में शायद ही कोई चीज़ है और इसी इंसानियत को क़ायम रखने की कोशिश की है 24 साल के इमरान यूसुफ़ ने. इमरान यूसुफ़ ने ऑर्लैंडो हमले के दौरान 70 से अधिक लोगों की जान बचाई. ऑर्लैंडो क्लब पे हुई गोलीबारी में 49 लोग मारे गए थे.
ऑर्लैंडो क्लब पे हुई गोलीबारी में 49 लोग मारे गए थे और इसके बाद मीडिया रिपोर्ट्स ने इसे ISIS के द्वारा किया गया हमला बताया. इमरान यूसुफ़ जो कि पल्स नाइट क्लब में बाउंसर की हैसियत से काम करते हैं उन्होंने बताया कि शुरुवात में मुझे लगा तीन चार गोलियां चली हैं.मैं शॉक में था, तीन चार शॉट ग़लत चले गए लेकिन आप कह सकते हैं ये बहुत ख़तरनाक था. ”
आगे यूसुफ़ ने बताया कि लोग एक जगह जमा हो गए थे उसके बग़ल से एक रास्ता था पर उसे खोलना था और मैं उसके लिए चीख रहा था, दरवाज़ा खोलो..दरवाज़ा खोलो..लेकिन सब डरे हुए थे..तब मेरे पास सिर्फ़ एक चारा था.. मैं उस लैच पर कूद गया और मैंने वोह खोल दिया…
अगर ऐसा नहीं होता तो सभी मारे जाते. यूसुफ़ ने कहा काश वो और लोगों को बचा पाते. उन्होंने एक फेसबुक मेसेज के ज़रिये लोगों को उन लोगों का साथ देने की बात कही जिनके परिवार वाले ऑर्लैंडो में हताहत हुए हैं. अफ़ग़ानिस्तान में भी काम कर चुके युसूफ ने लोगों के प्यार के लिए शुक्रिया कहा. 


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