आज़म खान फिर सुर्खियों में- सब लोग कर रहे है नमाज़ अदा और आज़म खान लगे हुए थे हिसाब-किताब में


साथ ही 665 करोड़ रुपये की लागत की 105 योजनाओं का बटन दबाकर लोकार्पण किया। कार्यक्रम में 161 लोगों को ई-रिक्शा और 251 लोगों को आवास निशुल्क उपलब्ध कराए गए। कैबिनेट मंत्री आजम खां ने विवि में नगर निगम, जल निगम एवं सीएनडी विभाग की मेरठ मंडल व आगरा क्षेत्र के 15 जिलों की 1035 करोड़ रुपये लागत की 105 योजनाओं का शिलान्यास किया।
नगर निगम के अधिकारियों के निर्देश पर पूरी सड़क की सफाई की गई। फुटपाथ को खाली कराया गया। एक टेंट हाउस से आनन-फानन में झुग्गियों के सामने पर्दा लगाने का काम कराया गया।
सीडीओ के मुताबिक एक ई-रिक्शा की कुल कीमत 1.60 लाख रुपये है, जिसमें रजिस्ट्रेशन, बीमा, परमिट, लाइसेंस व रिक्शे की छह सर्विस शामिल हैं। आवास की लागत तीन लाख रुपये है। उन्होंने बताया कि मेरठ पेयजल योजना का कार्य 2011 में शुरू हुआ था। अब मेरठ वासियों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति की जाएगी।
करीब 500 से 700 मीटर तक फैली झुग्गियों को टेंट से ढंक दिया गया। झुग्गियों में रहने वाले लोगों को चेतावनी दी कि जब तक कहा न जाए, तब तक टेंट के पीछे ही रहना।

Share on Google Plus

About Unknown

0 comments:

/ / / आज़म खान फिर सुर्खियों में- सब लोग कर रहे है नमाज़ अदा और आज़म खान लगे हुए थे हिसाब-किताब में


साथ ही 665 करोड़ रुपये की लागत की 105 योजनाओं का बटन दबाकर लोकार्पण किया। कार्यक्रम में 161 लोगों को ई-रिक्शा और 251 लोगों को आवास निशुल्क उपलब्ध कराए गए। कैबिनेट मंत्री आजम खां ने विवि में नगर निगम, जल निगम एवं सीएनडी विभाग की मेरठ मंडल व आगरा क्षेत्र के 15 जिलों की 1035 करोड़ रुपये लागत की 105 योजनाओं का शिलान्यास किया।
नगर निगम के अधिकारियों के निर्देश पर पूरी सड़क की सफाई की गई। फुटपाथ को खाली कराया गया। एक टेंट हाउस से आनन-फानन में झुग्गियों के सामने पर्दा लगाने का काम कराया गया।
सीडीओ के मुताबिक एक ई-रिक्शा की कुल कीमत 1.60 लाख रुपये है, जिसमें रजिस्ट्रेशन, बीमा, परमिट, लाइसेंस व रिक्शे की छह सर्विस शामिल हैं। आवास की लागत तीन लाख रुपये है। उन्होंने बताया कि मेरठ पेयजल योजना का कार्य 2011 में शुरू हुआ था। अब मेरठ वासियों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति की जाएगी।
करीब 500 से 700 मीटर तक फैली झुग्गियों को टेंट से ढंक दिया गया। झुग्गियों में रहने वाले लोगों को चेतावनी दी कि जब तक कहा न जाए, तब तक टेंट के पीछे ही रहना।


«
Next

Newer Post

»
Previous

Older Post

About Unknown

This is a short description in the author block about the author. You edit it by entering text in the "Biographical Info" field in the user admin panel.

No comments :