कैराना का मामला हिन्दू-मुस्लिम का बिल्कुल भी नहीं है। हां यहां पलायन जरूर हो रहा है, लेकिन लोग बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर चिंतित हैं और वह यहां से बेहतर माहौल, व्यापार और रोजगार के लिए पलायन कर रहे हैं।" हिन्दू-मुस्लिम के बीच दूरी के सवाल पर आलोक कहते हैं,"कैराना में आज तक एक भी सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ है, यहां हिन्दू-मुस्लिम आपसी प्रेम और सद्भाव के साथ रहते हैं।
कैराना की टीचर्स कॉलोनी के रहने वाले एडवोकेट आलोक कुमार ने कहा कि कानून व्यवस्था बिगड़ी जरूर है लेकिन हिन्दू-मुस्लिमों के दिलों में नफरत नहीं बल्कि प्रेम है, यही वजह है कि मुस्लिम मोहल्लों में रहने वाले हिन्दू परिवारों की लड़कियां ज्यादा सुरक्षित हैं।
दूसरे एडवोकेट सन्नी भारद्वाज कहते हैं कैराना पलायन की समस्या सांप्रदायिक वजहों से नहीं बल्कि लोकल गुंडागर्दी की वजह से है। जिस तरह से व्यापारियों से रंगदारी मांगी जा रही है और कई लोगों की हत्या कर दी गई है उससे के दिलों में डर फैल गया है।"
कैराना में हिन्दूओं के कथित पलायन को लेकर प्रदेश से लेकर देश तक का राजनीतिक माहौल गर्म है। कैराना को लेकर राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप लगाया जा रहा है। लेकिन इन सबके अलग कैराना की जमीनी सच्चाई कुछ और ही है। नेशनल दस्तक की टीम ने कैराना जाकर पूरे मामले की पड़ताल की और आम लोगों से मुद्दे पर जानकारी ली।
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