1988 में पार्टी से शराब पीकर वापस घर को लौट रही युवती के साथ रेप हो गया था। इसके बाद पुलिस ने उससे रेपिस्ट की पहचान करने को कहा तो युवती ने कलेरेंस मोसेस अल नामक युवक का नाम लिया।
पुलिस से युवति ने बताया था कि पिछली रात में कलेरेंस का चेहरा सपने में आया था और इसी ने मेरे साथ बलात्कार किया है। युवती द्वारा कलेरेंस का नाम लेने के बाद उसे 48 वर्ष की सज़ा हुई थी। हाल ही में कलेरेंस को बीस साल जेल में बिताने के बाद रिहा किया गया है।
उसने कहा कि मेने चिटठी खोलकर देखी तो उसमें उस बीस बसाल पुरानी घटना में बताया गया था जिसमें मुझे सज़ा मिली थी एक शख्स द्वारा लिखी गई चिटठी में लिखा था कि क्लेरेंस ने नही बल्कि चिटठी में लिखने वाले शख्स ने युवती के साथ सेक्स किया था।
पुलिस की पुछताछ में क्लेरेंस ने कई बार बताया कि वह पूरी तरह से निर्दोष है लेकिन इसके बावजूद उसे सजा दी गई। क्लेरेंस ने बताया कि जब वह जेल में सज़ा काट रहा था और सज़ा के 28 साल बाकी थे तभी उसे एक चिटठी मिली।
क्लेरेंस के लिए यह चिटठी किसी अजूबे की तरह साबित हुई और उसके ही आधार पर उसे 20 साल की सज़ा काटने के बाद रिहा कर दिया गया। वहीं बलात्कार का शिकार हुई युवती इस फैसले से संतुष्ट नही हुई।
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