
इस्लामिक स्कॉलर्स आर्गेनाईजेशन, जमीयतुल उलमा बांग्लादेश के चेयरमैन मौलाना फरीद-उद्दीन मसूद ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर, इस्लामिक कानून या शरीयत के कानून के लिहाज़ से इस बात का ऐलान किया.
शनिवार को इस प्रेस कांफ्रेंस में बांग्लादेश की सबसे बड़ी ईदगाह के इमाम मौलाना फरीद-उद्दीन मसूद ने कहा कि कुछ आतंकवादी और कुछ आतंकी संगठन अपने को जिहादी के तौर पर गलत पहचानते हैं, इस्लाम शांति का धर्म हैं, इस्लाम कभी भी आतंक को सपोर्ट नहीं करता हैं।
बांग्लादेश में तकरीबन 100,000 मुस्लिम्स मौलानाओं ने आतंकी संगठनों के खिलाफ फतवा जारी किया है फतवे में मौलाना फरीद-उद्दीन मसूद बताया गया है कि जो लोग या संगठन इस्लाम के नाम पर आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं वह ‘हराम’ काम को अंजाम दे रहे हैं.
मौलाना ने क़ुरआन और हदीस का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग इन आतंकियों के मरने पर उनकी जनाज़ों में शिरकत करते हैं वो भी जहन्नम की आग में जलाए जाएंगे और जो इन आतंकवादियों के खिलाफ लड़ते-लड़ते मर जायेगा उनको शहादत का दर्ज हासिल होगा.
0 comments:
Post a Comment