प्रधानमंत्री मोदी अपने पांच दिन के विदेश दौरे में आज अमेरिका पहुंचे जहां अमेरिका एयर बेस पर मोदी का स्वागत करने के लिए शीर्ष अधिकारी मौजुद रहे भारत में अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा और दक्षिण तथा मध्य एशिया के लिए सहायक विदेश मंत्री निशा बिस्वाल शामिल थे. इस दौरान पीएम मोदी ने भारतीय मूल की दिवंगत अमेरिकी अंतिरिक्ष यात्री कल्पना चावला को भी श्रद्धांजलि दी. लेकिन सबसे खास बात तो ये थी की अमेरिका ऩे भारत के साथ दोस्ती को ऩिभाया और अमेरिकी तस्करो के द्वारा ला गई मुर्तियो को वापस किया है । जिसके बाद पीएम ने अमेरिका का शुक्रिया कहा और कहा कि तस्करों ने इन मुर्तियो को चुराया था। उनका मकसद रुपए कमाने का हो सकता है। लेकिन हमारे लिए इनकी कीमत कहीं ज्यादा क्योकि ये मुर्तियां हमारी संस्कृतियों को दर्शाता है। कि हमारी संस्कृतियों और विरासत की आज के जीवन में क्या मुल्य है । इसको बता पाना कुछ शब्दो में संभव नही है। अभी तो अमेरिका ने भारत की 12 प्राचीन मूर्तियां भारत को लौटाया है।
कल्पना चावला को पीएम ने दी श्रध्दांजलि
भारतीय मुल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री क्पना चावला को श्रध्दांजलि अर्पित की और और इसके बाद अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स से मुलाकात की और साथ भारतीय मुल के अंतरिक्ष की पढाई कर रहे । छात्रों से भी मुलाकात की और उनके काम की सराहना करते हुए पीएम ने उनके मनोबल को बढाया और साथ ही पीएम की इस यात्रा पर सुनीता विलियम्स न खुशी जताई है। और कहा की पीएम की ये यात्रा ये बात जाहिर करती है कि भारत के लोगों की अंतरिक्ष के प्रति कितनी चाह है।
ये होगा पीएम मोदी की यात्रा का एजेंडा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने अमेरिकी दौरे में राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात में द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे. साथ ही वे अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे. पीएम मोदी ऐसा करने वाले पांचवें भारतीय प्रधानमंत्री होंगे. बता दें कि कि मोदी राष्ट्रपति ओबामा के निमंत्रण पर अमेरिका की यात्रा कर रहे हैं. यह प्रधानमंत्री मोदी की चौथी अमेरिका यात्रा है.
मोदी ने अफगानिस्तान, कतर, स्विट्जरलैंड, अमेरिका और मेक्सिको की अपनी पांच देशों की यात्रा पर रवाना होने से पहले कहा था, ‘सात जून को अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ अपनी मुलाकात में हम विविध क्षेत्रों में हमारी रणनीतिक साझेदारी को नई गति और ऊर्जा प्रदान करने की दिशा में हुई प्रगति को देखेंगे.’ मोदी अर्लिंगटन नेशनल सीमेट्री पर श्रद्धांजलि देने के साथ अपनी अमेरिका यात्रा शुरू की. उसके बाद वह कई अमेरिकी थिंक टैंक के प्रमुखों से मुलाकात की. वह अमेरिका इंडिया बिजनेस काउंसिल की 40वीं एजीएम को भी संबोधित करेंगे और अमेरिकी उद्योगपतियों से मुलाकात करेंगे.
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