बाबू नाम का यह व्यक्ति ना सिर्फ हर मंगलवार को बजरंगबली के दर पर मत्था टेकता है बल्कि 29 साल में कभी ऐसा ना हुआ जब इसने रोज़ा ना रखा हो। जी हाँ इसने रमजान के समय रोजा रखते वक्त थोड़ा हटकर मन्नत मांगी। बाबू ने कहा कि अगर उसे पिता बनने का सौभाग्य मिलता है तो वे पहले 10 दिनों तक रोजा रखेंगे।
लालबाबू की ये मन्नत भी ऊपरवाले ने सुन ली और उसके बाद से वो लगातार 29 साल से रमजान के महीने में पहले 10 दिनों तक रोजा रखता आ रहा है। लाल बाबू रमजान के दिनों में काफी दान-पुण्य भी करता है।
लाल बाबू का यह भी कहना है कि रमजान का पूरा महीना सिर्फ वृत के लिए ही नहीं है बल्कि इन दिनों में दूसरों की मदद भी करनी चाहिए। इसलिए, मैं ये कोशिश करता हूं कि रमजान के दिनों में ज्यादा से ज्यादा दान कर सकूं।
लालबाबू ने यह भी बताया कि मै किसी भी मंगलवार को हनुमान जी की प्रर्थना करने मंदिर जाना नहीं भूलता हूं। मुझे कभी ऐसा नहीं लगा कि रमजान के दिनों में रोजा रखने से वो नाराज हो जाएंगे। भगवान एक है और उनके कई अवतार है। मैं भले ही हिन्दू धर्म से हूँ लेकिन रोजा रखना मेंरे विश्वास और धर्म के खिलाफ नहीं है।
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