इस महान मुक्केबाज को लोग रिंग में दिखाए उनके जौहर के अलावा मुस्लिमों और अश्वेत लोगों के अधिकारों की लड़ाई में उनके योगदान के लिए भी याद करते रहेंगे। बेबाक अंदाज में अपनी बात रखने वाले अली के चहतों में बच्चे भी शामिल थे। महान मुक्कबाज मोहम्मद अली अब हमारे बीच नहीं हैं।
साल 1996 में उन्हें 'मानद ओलंपिक गोल्ड' दिया गया। अली ने कहा था कि उन्होंने अपना मेडल नस्लवाद से तंग आकर ओहाइयो नदी में फेंक दिया था। अली ने तीन बार विश्व हेवीवेट चैंपियनशिप का खिताब जीता और दुनियाभर में अपना नाम कमाया।
विएतनाम युद्ध के समय अमरीकी सेना में भर्ती होने से इंकार करने पर उनका खिताब छीन लिया गया और उनके बॉक्सिंग करने पर भी पाबंदी लग दी गई थी।
लुईविले शहर में बड़े हुए मोहम्मद अली के अंतिम संस्कार के दिन पूरा शहर उन्हीं के यादों से पटा पड़ा है। मोहम्मद अली रिंग में ही नहीं बल्कि बाहर भी लोकप्रिय थे। हॉलीवुड के मशहूर अभिनेता विल स्मिथ भी अली की अंतिम यात्रा में शामिल हुए। इस शव यात्रा में उनकी अर्थी को देखकर लोग काफी भावुक नजर आ रहे थे।
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