यह किसी इंसान के नहीं बल्कि एक सांप के ऑपरेशन की कहानी है। अपने तरह के इस इकलौते मामले में नासिक के सर्प मित्र और पशु चिकित्सकों ने एक धामन सांप के शरीर में फंसी प्लास्टिक की डिब्बी निकालकर उसकी जान बचाई। ऑपरेशन पर दो घंटे की मेहनत कर , दो बार एनेस्थीसिया और दस टांके। इसके बाद बची जान।
सांप की हालत देख डॉक्टरों ने उसका तुरंत ऑपरेशन करने का फ़ैसला किया। इसके लिए उसे एनेस्थीसिया दिया गया और डिब्बी को काटकर निकाला गया। इसकी जानकारी नासिक के सर्प मित्र अनंत वाले को दी गई।
दो घंटे के ऑपरेशन के बाद सांप के शरीर से डिब्बी निकाली गई। उसके ज़ख़्म पर दस टांके लगाए गए। यह सांप अगले डेढ़ महीने तक ज़ख़्म भरने के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा। फ़िलहाल यह सांप नासिक के सर्प मित्र, मनीष गोडबोले के पास है।
ऑपरेशन के दौरान जब डॉक्टर डिब्बी को काट रहे थे, तो सांप को होश आने लगा। यह देख डॉकटर ने उसे दोबारा एनेस्थीसिया दिया। दो घंटे के ऑपरेशन के बाद सांप के शरीर से डिब्बी निकाली गई।
0 comments:
Post a Comment