नरेंद्र मोदी की 5 देशों की विजिट शनिवार से शुरू हो रही है। 7-8 जून को मोदी अमेरिका में होंगे। मोदी वर्ल्ड के उन कुछ लीडर्स में शामिल हैं जिन्हें बराक ओबामा अपनी प्रेसिडेंसी के आखिरी साल में बुला रहे हैं। फॉरेन सेक्रेटरी एस जयशंकर ने शुक्रवार को मीडिया ब्रीफिंग में कहा- प्रेसिडेंट ओबामा ने पीएम मोदी से बातचीत में इस बात का जिक्र किया है कि इस साल वह उन्हीं नेताओं को यूएस आने का न्योता दे रहे हैं, जिनके साथ उनके बेहद करीबी रिश्ते हैं।यूएस कांग्रेस के ज्वॉइंट सेशन को एड्रेस करेंगे मोदी...
- बता दें कि ओबामा का दूसरा टर्म जनवरी में खत्म हो रहा है।
- पीएम मोदी के इस दौरे पर पूरी दुनिया की नजर है।
- 7 जून को मोदी व्हाइट हाउस में ओबामा के साथ लंच करेंगे।
- इसके बाद मोदी एक बिजनेस मीटिंग अटैंड करेंगे।
- 8 जून को मोदी यूएस कांग्रेस के ज्वॉइंट सेशन को एड्रेस करेंगे।
- माना जा रहा है कि भारत की डिफेंस ताकत बढ़ाने के लिए कई अहम समझौतों पर साइन भी हो सकते हैं।
NSG में मेंबरशिप के मुद्दे पर होगी अहम बातचीत
- मोदी का ओबामा के साथ एनएसजी में मेंबरशिप के मुद्दे पर बातचीत को सबसे अहम माना जा रहा है। 48 देशों में वाले एनएसजी में मेंबरशिप के लिए भारत ने 12 मई को ही एप्लिकेशन दे दी है।
- बता दें कि भारत के वेपन्स प्रोग्राम के चलते उसका एनएसजी में मेंबरशिप का मुद्दा अटका था। अमेरिका के साथ न्यूक्लियर डील ने इसे सुलझाने में काफी अहम रोल निभाया।
- भारत ने अमेरिका के साथ 2005 में सिविल न्यूक्लियर डील की थी। लेकिन अभी तक एटमी मटेरियल को लेकर किसी अमेरिकी कंपनी से करार नहीं हो सका है। मोदी ऐसे किसी फ्रेमवर्क को लेकर भी चर्चा कर सकते हैं। ताकि आगे उस पर काम हो सके।
- केवल जापान की तोशिबा की एक यूनिट 'वेस्टिंगहाउस' ने भारत के 6 रिएक्टर बनाने पर सहमति जताई है।
ये हो सकता है एजेंडा?
- वॉशिंगटन में 'कार्नेजी एन्डोवमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस' के एक्सपर्ट एश्ले टेलिस के मुताबिक, '2014 में मोदी के पीएम बनने के बाद दोनों नेताओं की ये 7th मीटिंग होगी। ये अपने आप में इंप्रेसिव आंकड़ा है।'
- 'दोनों के बीच पर्सनल रिलेशनशिप जैसा भी है। ये बात जरा चौंकाती है।'
- टेलिस के मुताबिक, 'चीन को काउंटर करने के लिए अमेरिका भारत को एक अहम पार्टनर मानता है।'
- 'दोनों देशों के बीच मिलिट्री कोऑपरेशन को लेकर समझौते हो सकते हैं। इसके तहत अमेरिका भारत को हाईटेक्नोलॉजी वेपन्स देने पर सहमति जता सकता है।'
- 'दोनों देशों के बीच ज्वाइंट मिलिट्री एक्सरसाइज को लेकर समझौता हो सकता है। वहीं कम्युनिकेशन और डाटा ट्रांसफर को लेकर बातचीत हो सकती है।'
अफगानिस्तान से शुरू होगा दौरा, 9 जून को पहुंचेंगे मेक्सिको
- मोदी 5 देशों की विजिट के दौरान सबसे पहले अफगानिस्तान जाएंगे। वहां उनके वेलकम के लिए खास तैयारियां की गई हैं।
- मोदी यहां हेरात प्रॉविन्स में सलमा डैम का इनॉगरेशन करेंगे। डैम की लागत 275 मिलियन डॉलर बताई जा रही है।
- हेरात कभी मध्यकालीन शासकों नादिर शाह और अहमदशाह अब्दाली की राजधानी था।
- मोदी ऐसे पहले किसी देश के प्रमुख होंगे जो हेरात पहुंचेंगे।
- सलमा डैम से करीब 42 मेगावॉट बिजली पैदा होगी।
- हेरात समेत राजधानी काबुल में मोदी के वेलकम के लिए जोरदार तैयारियां की गई हैं। जगह-जगह मोदी के पोस्टर-बैनर लगाए गए हैं।
- 9/11 हमले के बाद अफगानिस्तान के एम्बेसडर बने विवेक काटजू ने डैम को मंजूरी दिलवाने में अहम रोल अदा किया था।
- हेरात के बाद मोदी शनिवार शाम दोहा में होंगे। वहां वे इंडियन कम्युनिटी के लोगों से मिलेंगे। कतर के शासक और वहां के कारोबारियों से भी मिलेंगे।
- रविवार को मोदी स्विट्जरलैंड के लिए निकलेंगे। 6 जून को बर्न में उनकी मुलाकात वहां के राष्ट्राध्यक्ष से होगी।
- इस मीटिंग को ब्लैक मनी पर रोकथाम की मोदी सरकार की मुहिम के लिए अहम माना जा रहा है।
- दौरे के आखिरी पड़ाव में पीएम मोदी 9 जून को मेक्सिको पहुंचेंगे।
हाउस में रुक सकते हैं मोदी
- बताया जा रहा है कि अमेरिका में मोदी प्रेसिडेंट के गेस्ट हाउस ब्लेयर हाउस में ठहरेंगे।
- 119 कमरों वाला ब्लेयर हाउस, व्हाइट हाउस से भी बड़ा है।
- इससे पहले व्हाइट हाउस में जापान के राजा अकीहितो, ब्रिटेन की क्वीन एलिजाबेथ II, फ्रांस के पूर्व प्रेसिडेंट फ्रांसुआ मितरां, व्लादिमीर पुतिन, बोरिस येल्तसिन ठहर चुके हैं।
आर्लिंगटन सिमिट्री जाएंगे मोदी
- अपने अमेरिका दौरे में मोदी सैनिकों को श्रद्धांजलि देने आर्लिंगटन कब्रिस्तान भी जाएंगे।
- यहां जाने वाले मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे।
- सामान्य रूप से आर्लिंगटन कब्रिस्तान जाने वालों में ब्रिटेन, फ्रांस और नाटो देशों के प्रमुख होते हैं।
- सूत्रों की मानें तो आर्लिंगटन का अमेरिकियों के जीवन में अहम स्थान है। लेकिन मोदी का वहां जाना कुछ खास होगा।
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