नई दिल्लीः 1 जून से आम जनता की जेब महंगाई की मार से ढ़ीली हो जाएंगी। 1 जून से लोगों को 14.5 फीसदी सर्विस टैक्स की जगह 15 फिसदी सर्विस टैक्स लगेगा। 0.5 प्रतिशत की वृद्धि किसान कल्याण सेस के तौर पर की जा रही है। इस संबंध में राज्यसभा में फाइनेंस बिल पारित हो चुका है।
15 प्रतिशत सर्विस टैक्स बढ़ने से आम जनता के लिए रेल सफर, हवाई सफर, बैंकिंग, बीमा, रेस्टॉरेंट में खाना, डीटीएच, मोबाइल, पानी, बिजली , यूटिलिटी बिल, आईएमपीएस, एसएमएस अलर्ट जैसी सर्विस महंगी हो जाएंगी। इसके साथ ही हेल्थ पॉलिसी, इंश्योरेंस, घर खरीदना, सिनेमा टिकट, माल ढुलाई, इवेंट, कैटरिंग, आईटी जैसी सेवाएं महंगी हो जाएंगी।
बैंकिंग की सर्विस का लाभ लेने के लिए भी अब आपको अतिरिक्त सर्विस चार्ज का भुगतान करना होगा। 1 जून से एसबीआई के साथ ही दूसरे बड़ें सरकारी और निजी बैंक अपने सर्विस चार्ज बढ़ाने जा रहे हैं। ऐसे में अब बैंक में कैश जमा करने, फंड ट्रांसफर करने, बैंक लॉकर यूज करने, एटीएम से पैसे निकालने जैसी सभी ट्रांजेक्शन पर आपको अतिरिक्त पैसे खर्च करने होंगे।
वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा इस साल के बजट में घोषित किए गए कई प्रस्ताव बुधवार ;एक जूनद्ध से लागू हो जाएंगेए जिनमें सभी सेवाओं पर 0.50% कृषि कल्याण सेस लगाया गया है।
वहीं दूसरी और बढ़ती महंगाई से रेलवे ने अपने यात्रियों को थोड़ी राहत देने की कोशिश जरूर की है।
रेलवेकाउंटर से डेबिट और क्रेडिट कार्ड से टिकट बुक कराने पर 1 जून यानी की आज से यात्रियों को कोई ट्रांजेक्शन चार्ज नहीं देना होगा। रेलवे ने इसमें छूट दे दी है। अब तक यात्रियों को डेबिट और क्रेडिट कार्ड से टिकट बुक कराने पर 30 रूपए का शुल्क देना पड़ता था।
रेलवे के अनुसार, डेबिट और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने वालों को बढ़ावा देने के लिए यह फैसला किया गया है। अभी सिर्फ ऑनलाइन टिकट खरीदने पर ही कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है। काउंटर पर सिर्फ लोग कैश ही दिया करते हैं।
वहींए इस फैसले पर रेलवे अधिकारियों का कहना है किए कार्ड से टिकट बुक कराने पर ट्रांजेक्शन चार्ज नहीं लेने पर घाटा तो होगा, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से इसका फायदा भी होगा। पहला नकदी गिनने के झंझट से छुटकारा मिलेगा, दूसरा टिकट बुक करने के काम में तेजी भी आएगी।
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