उत्तराखंड में शक्ति परीक्षण से चौबीस घंटे पहले सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के उस फैसले पर मुहर लगा दी है, जिसमें बागी विधायकों को मतदान से दूर रखा गया है. कोर्ट ने विधायकों राहत देने से इनकार कर दिया है. जबकि उत्तराखंड मामले में अगली सुनवाई के लिए 12 जुलाई की तारीख मुकर्रर की है. जाहिर तौर पर अदालत के फैसले से स्टिंग और सियासी शह-मात के खेल में फंसे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के चेहरे पर रौनक लौट आई है.
कोर्ट के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा मैं इस फैसले के लिए कोर्ट को धन्यवाद देना चाहता हूं. उत्तराखंड के लोगों की जीत हुई है. अभी भी देर नहीं हुई है, बीजेपी और केंद्र एक नई शुरुआत कर सकते हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता आरएस सुरजेवाला ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि मंगलवार को सदन में कांग्रेस बहुमत हासिल करेगी. इससे पहले सोमवार को ही उत्तराखंड हाईकोर्ट ने 9 बागी विधायकों की अर्जी खारिज कर दी थी, जिसके बाद ये मंगलवार को विधानसभा में शक्ति परीक्षण में हिसा नहीं ले पाएंगे.
विधायकों ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी. एक चुनी हुई सरकार, विपक्ष और सरकार के बागी विधायकों की कुश्ती में चित और पट का ऐसा अनोखा खेल बहुत कम खेला जाता है, जहां हर दिन या दूसरे दिन एक नई सियासी संभावना अपने द्वार खोलती है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उत्तराखंड की 71 सदस्यों वाली विधानसभा में कुल 62 सदस्य रह जाते हैं, जिनमें से एक स्पीकर हैं
बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि राज्य विधानसभा में बीजेपी फ्लोर टेस्ट में जीत दर्ज करेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में जिस तरह आरोप लग रहे हैं और स्टिंग में नेता फंस रहे हैं उससे साफ है कि कांग्रेस में अच्छी छवि के नेता बीजेपी का साथ देंगे.
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