
भ्रष्टाचार से निजात दिलाने में मोदी सरकार अगर सबसे कामयाब किसी भी क्षेत्र में रही है तो वो है पासपोर्ट सेवा में. आगे की स्लाइड्स में जानें क्यों और कैसे?
आपको बता दें कि इस समय करीब 7 करोड़ लोगों के पास पासपोर्ट है, जिसमें से मंत्रालय का दावा है कि तकरीबन डेढ़ करोड़ पासपोर्ट मोदी सरकार के आने पर बने है. आगे की स्लाइड्स में देखिए पासपोर्ट सेवा को भ्रष्टाचार मुक्त करने का मोदी सरकार का दावा कितना कामयाब है और कैसे आपको मिलेगा इससे जुड़े झंझट से निजात।
नंदिता वर्मा गजियाबाद के इंदिरापुरम में रहती है, इन्हें जल्द ही अपने रिश्तेदार के यहां जापान जाना है, तैयारियों के बीच बच्चों के पासपोर्ट ने इन्हें टेंशन में डाल दिया था.
आपको बता दें कि नंदिता के बड़े बेटे का पासपोर्ट रिन्यू होना था जबकि उनकी बेटी का नया पासपोर्ट बनना था.
नंदिता टेंशन में इसलिए थीं क्योंकि 2007 में पति का पासपोर्ट तत्काल कैटेगरी में भी तीन महीने में बना. मगर इस बार जब बच्चों की बारी आई तो कोई समस्या नहीं हुई. आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि नंदिता के बेटे का पासपोर्ट महज तीन दिन में रिन्यू हो गया और उनकी बेटी का पासपोर्ट सिर्फ एक हफ्ते में घर आ गया.
दरअसल मोदी सरकार में पासपोर्ट बनवाना काफी आसान हो गया है, अब तीन दस्तावेजों के साथ आप हफ्ते भर में पासपोर्ट बनवा सकते हैं. पासपोर्ट दफ्तरों के बाहर से अब दलालों की भीड़ गायब हो चुकी है. दिल्ली के रीजनल पासपोर्ट ऑफिसर का दावा है कि पासपोर्ट बनाने के नेटवर्क में अब दलाल 99 फीसदी जगहों पर नहीं है.
आपको बता दें कि पासपोर्ट बनाने की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है. इसके लिए आपको एक बार पासपोर्ट सेवा केंद्र जाना होगा जहां एक घंटे में सारी प्रक्रिया हो जाएगी.
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