वापसी के लिए रखी शर्त, 9000 करोड़ के कर्जदार विजय माल्या भारत लौटने को राजी


मुंबई : विजय माल्या ने कहा है कि वे भारत लौटने को राजी हैं। उन्होंने कहा है कि वे अपने कमिटमेंट्स पूरे करने के लिए तैयार हैं। लेकिन वे सेफ्टी और फ्रीडम का वादा चाहते हैं। उनका कहना है कि वे एसबीआई को नया सैटलमेंट ऑफर भी दे चुके हैं।
उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले में प्रोग्रेस होगी। यूनाइटेड ब्रेवरीज लि. (UBL) की हालिया बोर्ड मीटिंग में ये बातें सामने आईं। मीटिंग में माल्या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए थे। ईडी ने की थी यूके से एक्स्ट्राडाइट कराने की कोशिश
- एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट "ईडी" ने माल्या को यूके से एक्स्ट्राडाइट (प्रत्यर्पित) कराने की कोशिश भी की थी। लेकिन ब्रिटिश सरकार ने इसकी परमिशन नहीं दी।
- माल्या 2 मार्च को लंदन चले गए थे।
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुंबई में शुक्रवार को यूबीएल की बोर्ड मीटिंग हुई थी।
- मीटिंग में माल्या लंदन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए जुड़े थे।
- किरन मजूमदार-शॉ के मुताबिक, 'हमारी उनसे कई मुद्दों पर बात हुई। माल्या का कहना है कि उनकी बैंकों से लोन चुकाने को लेकर गंभीर बात हुई है। वे जल्द से जल्द कर्ज चुका देंगे।
- किरण ने ये भी बताया, 'माल्या ने जल्द ही भारत लौटने की इच्छा भी जताई है। लेकिन वे चाहते हैं कि उनकी आजादी और सेफ्टी बरकरार रहे।
- बता दें कि किरण मजूमदार-शॉ, यूबीएल की इंडिपेंडेंट मेंबर हैं।
- हालांकि माल्या ने इस पर कोई कमेंट करने से इनकार कर दिया।
- बोर्ड के एक अन्य इंडिपेंडेंट मेंबर सुनील अलघ के अनुसार माल्या का कहना है कि उन्हें गलत तरीके से आरोपी बनाया गया। वे लोन चुकाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।'
- अलघ कहते हैं, 'पूरा बोर्ड उनके साथ है। हम कोशिश करेंगे कि कंपनी का अगस्त में होने वाली अगली बोर्ड तक कोई कॉर्पोरेट-गवर्नमेंट इश्यू न हो।'
माल्या को यूबीएल और हैनिकेन का सपोर्ट
- माल्या को उनका ग्रुप यूबीएल और स्ट्रैटजिक पार्टनर हैनिकेन पूरा सपोर्ट कर रहा है।
- बताया जा रहा है कि यूबीएल का परफॉर्मेंस काफी अच्छा रहा है। इसका कॉर्पोरेट-गवर्नमेंट के साथ कोई मामला नहीं है।
- माल्या कह चुके हैं कि वे लगातार कर्ज चुकाने की कोशिशों में जुटे हैं। उन्होंने ऐसा कोई गलत काम नहीं किया, जिसके चलते उन्हें दोषी करार दिया जाए।
- माल्या पर बैंकों का 9 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज बकाया है।
- मनी लॉन्ड्रिंग के केस में ईडी भी उनसे पूछताछ करना चाहता है।
- एक अन्य बोर्ड मेंबर सीवाई पाल के मुताबिक, 'माल्या किंगफिशर इम्प्लॉइज का बकाया पेमेन्ट देने को भी राजी हैं। इस मामले में देरी की वजह कर्नाटक हाईकोर्ट का यूनाइटेड ब्रेवरीज के अकाउंट्स और एसेट्स को फ्रीज करना है।'
हैनिकेन के पास यूबीएल के 42% शेयर
- इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि हैनिकेन यूबीएल का पूरा कंट्रोल अपने हाथ में ले लेगा और माल्या से चेयरमैन पोस्ट छोड़ने को कहेगा।- बता दें कि यूबीएल ने 2008 में यूबीएल के 37.5% शेयर लिए थे। जो अब बढ़कर 42.4% हो गए हैं।
- हैनिकेन नीदरलैंड्स की बीयर कंपनी है।
- अगर कोर्ट की तरफ से रोकी गई रकम फ्री हो जाती है, तो बैंक 2494 करोड़ रुपए जुटा सकते हैं।
- यूनाइटेड ब्रेवरीज में माल्या के 6724 करोड़ रुपए के शेयर्स हैं। इसमें से 3496 करोड़ रुपए के शेयर्स बैंकों को मिल सकते हैं।
- यूबी होल्डिंग्स में माल्या के 72 करोड़ रुपए की होल्डिंग है। इसमें से 62 करोड़ रुपए बैंकों को मिल सकते हैं।
- मैंगलोर केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स में माल्या अभी 25.74 कराेड़ रुपए की हिस्सेदारी रखते हैं। इसमें से बैंक 21 करोड़ रुपए हासिल कर सकते हैं।
- 150 करोड़ रुपए मुंबई में मौजूद एयरलाइन्स के हेडक्वार्टर्स किंगफिशर हाउस की सेल से आ सकते थे। लेकिन इसे कोई खरीददार नहीं मिला।
- लिकर किंग की गोवा में मौजूद प्रॉपर्टी किंगफिशर विला से 90 करोड़ रुपए मिल सकते थे। इसे अब एसबीआई ने सील कर दिया है।

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मुंबई : विजय माल्या ने कहा है कि वे भारत लौटने को राजी हैं। उन्होंने कहा है कि वे अपने कमिटमेंट्स पूरे करने के लिए तैयार हैं। लेकिन वे सेफ्टी और फ्रीडम का वादा चाहते हैं। उनका कहना है कि वे एसबीआई को नया सैटलमेंट ऑफर भी दे चुके हैं।
उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले में प्रोग्रेस होगी। यूनाइटेड ब्रेवरीज लि. (UBL) की हालिया बोर्ड मीटिंग में ये बातें सामने आईं। मीटिंग में माल्या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए थे। ईडी ने की थी यूके से एक्स्ट्राडाइट कराने की कोशिश
- एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट "ईडी" ने माल्या को यूके से एक्स्ट्राडाइट (प्रत्यर्पित) कराने की कोशिश भी की थी। लेकिन ब्रिटिश सरकार ने इसकी परमिशन नहीं दी।
- माल्या 2 मार्च को लंदन चले गए थे।
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुंबई में शुक्रवार को यूबीएल की बोर्ड मीटिंग हुई थी।
- मीटिंग में माल्या लंदन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए जुड़े थे।
- किरन मजूमदार-शॉ के मुताबिक, 'हमारी उनसे कई मुद्दों पर बात हुई। माल्या का कहना है कि उनकी बैंकों से लोन चुकाने को लेकर गंभीर बात हुई है। वे जल्द से जल्द कर्ज चुका देंगे।
- किरण ने ये भी बताया, 'माल्या ने जल्द ही भारत लौटने की इच्छा भी जताई है। लेकिन वे चाहते हैं कि उनकी आजादी और सेफ्टी बरकरार रहे।
- बता दें कि किरण मजूमदार-शॉ, यूबीएल की इंडिपेंडेंट मेंबर हैं।
- हालांकि माल्या ने इस पर कोई कमेंट करने से इनकार कर दिया।
- बोर्ड के एक अन्य इंडिपेंडेंट मेंबर सुनील अलघ के अनुसार माल्या का कहना है कि उन्हें गलत तरीके से आरोपी बनाया गया। वे लोन चुकाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।'
- अलघ कहते हैं, 'पूरा बोर्ड उनके साथ है। हम कोशिश करेंगे कि कंपनी का अगस्त में होने वाली अगली बोर्ड तक कोई कॉर्पोरेट-गवर्नमेंट इश्यू न हो।'
माल्या को यूबीएल और हैनिकेन का सपोर्ट
- माल्या को उनका ग्रुप यूबीएल और स्ट्रैटजिक पार्टनर हैनिकेन पूरा सपोर्ट कर रहा है।
- बताया जा रहा है कि यूबीएल का परफॉर्मेंस काफी अच्छा रहा है। इसका कॉर्पोरेट-गवर्नमेंट के साथ कोई मामला नहीं है।
- माल्या कह चुके हैं कि वे लगातार कर्ज चुकाने की कोशिशों में जुटे हैं। उन्होंने ऐसा कोई गलत काम नहीं किया, जिसके चलते उन्हें दोषी करार दिया जाए।
- माल्या पर बैंकों का 9 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज बकाया है।
- मनी लॉन्ड्रिंग के केस में ईडी भी उनसे पूछताछ करना चाहता है।
- एक अन्य बोर्ड मेंबर सीवाई पाल के मुताबिक, 'माल्या किंगफिशर इम्प्लॉइज का बकाया पेमेन्ट देने को भी राजी हैं। इस मामले में देरी की वजह कर्नाटक हाईकोर्ट का यूनाइटेड ब्रेवरीज के अकाउंट्स और एसेट्स को फ्रीज करना है।'
हैनिकेन के पास यूबीएल के 42% शेयर
- इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि हैनिकेन यूबीएल का पूरा कंट्रोल अपने हाथ में ले लेगा और माल्या से चेयरमैन पोस्ट छोड़ने को कहेगा।- बता दें कि यूबीएल ने 2008 में यूबीएल के 37.5% शेयर लिए थे। जो अब बढ़कर 42.4% हो गए हैं।
- हैनिकेन नीदरलैंड्स की बीयर कंपनी है।
- अगर कोर्ट की तरफ से रोकी गई रकम फ्री हो जाती है, तो बैंक 2494 करोड़ रुपए जुटा सकते हैं।
- यूनाइटेड ब्रेवरीज में माल्या के 6724 करोड़ रुपए के शेयर्स हैं। इसमें से 3496 करोड़ रुपए के शेयर्स बैंकों को मिल सकते हैं।
- यूबी होल्डिंग्स में माल्या के 72 करोड़ रुपए की होल्डिंग है। इसमें से 62 करोड़ रुपए बैंकों को मिल सकते हैं।
- मैंगलोर केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स में माल्या अभी 25.74 कराेड़ रुपए की हिस्सेदारी रखते हैं। इसमें से बैंक 21 करोड़ रुपए हासिल कर सकते हैं।
- 150 करोड़ रुपए मुंबई में मौजूद एयरलाइन्स के हेडक्वार्टर्स किंगफिशर हाउस की सेल से आ सकते थे। लेकिन इसे कोई खरीददार नहीं मिला।
- लिकर किंग की गोवा में मौजूद प्रॉपर्टी किंगफिशर विला से 90 करोड़ रुपए मिल सकते थे। इसे अब एसबीआई ने सील कर दिया है।


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