उज्जैन में आयोजित सिंहस्थ महाकुंभ से दुनिया को संदेश देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार सुबह नरोरा के लिए रवाना हो गए. श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना समेत पांच देशों के प्रतिनिधि मुख्य अतिथि के तौर कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं. कई संप्रदायों के गुरु, संत, विचारक स
हित बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं.
तीन दिन से चल रहे विचार मंथन का सार करीब 3000 लोगों के सामने पीएम मोदी पेश करेंगे. विचार महाकुंभ के आखिरी दिन सम्यक जीवन पर वैचारिक सत्र होनेवाला है.
इस सत्र में श्रीलंका में नेता प्रतिपक्ष सम्पंथान, भूटान के मंत्री डी एन थुंगवेल, नेपाल के पूर्व कार्यवाहक प्रधानमंत्री खिलराज रेग्मी, बांग्लादेश के सांसद साधनचंद्र मजूमदार और मलेशिया दातो एस के देवगनी ने अपने विचार और सुझाव रखनेवाले हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम में विक्रमादित्य सभाकक्ष के साथ दो कक्ष कालिदास और सांदीपनि बनाए गए हैं.
मेहमानों के लिए इंदौर के लगभग 19 होटलों में 1000 कमरे बुक किए गए. आयोजन स्थल पर 8 हैलीपेड बनाए गए थे और मेहमानों को लाने ले जाने के लिए 30 एसी कोच और 350 कारें बुक की गई. आयोजन स्थल के पास 15 हेक्टेयर में पार्किंग की व्यवस्था रही.
समारोह के सहभागियों को शुद्ध देसी घी में बने देश-विदेश के खास पकवान परोसे गए. इससे पहले 2004 में मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए उज्जैन आये थे और तब उन्होंने क्षिप्रा के तट पर डुबकी भी लगाई थी,
अब प्रधानमंत्री के आने से आम लोगों को परेशानी न हो इसलिए मोदी बिना डुबकी लगाए ही दिल्ली रवाना हो जाएंगे. प्रधानमंत्री मोदी उज्जैन जिले के नरोरा हैलीपेड पहुंचकर करीब 2 बजे वापस दिल्ली रवाना होंगे.
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