हरियाणा विजिलेंस ब्यूरो ने एसोसिएटिड जर्नल्स लिमिटेड प्लॉट अलॉटमेंट केस में कंपनी के कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. आरोपियों में हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी ''हूडा'' के तत्कालीन चेयरमेन भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम भी शामिल है
जो उस समय राज्य के मुख्यमंत्री थे. हालांकि एफआईआर में उनका नाम नहीं बल्कि सिर्फ पद का जिक्र किया गया है. एफआईआर में हूडा के चैयरमेन के अलावा तत्कालीन चीफ एडमिनिस्ट्रे
टर और एडमिनिस्ट्रेटर पर भी आईपीसी की धाराएं 409, 420 और 120बी और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 13 लगाई गई है.जो उस समय राज्य के मुख्यमंत्री थे. हालांकि एफआईआर में उनका नाम नहीं बल्कि सिर्फ पद का जिक्र किया गया है. एफआईआर में हूडा के चैयरमेन के अलावा तत्कालीन चीफ एडमिनिस्ट्रे
एफआईआर में एजेएल के प्रदेश के वित्तीय आयुक्त और पदाधिकारियों के नाम भी शामिल हैं. हरियाणा के मौजूदा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा विजिलेंस विभाग अपना काम कर रहा है, हम उसमें दखलअंदाजी नहीं करेंगे. जिन लोगों ने गलत काम किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
हुड्डा की कांग्रेस सरकार के 2005 में सत्ता में आने के 6 महीने बाद ही इस घोटाले का खुलासा हो गया था. एजेएल नेशनल हेराल्ड न्यूजपेपर का पब्लिशर था. एफआईआर में कहा गया है कि 18 अगस्त 2005 को हूडा के चीफ ने प्लॉट का आवंटन करने के लिए अपने पद का गलत इस्तेमाल किया और नियमों का उल्लंघन किया है
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