
नाइजेरिया में जहां एक ओर वरिष्ठ धर्मगुरू शैख़ ज़कज़की को जेल में बंद रखे जाने का विरोध किया जा रहा है वहीं इस देश की सेना मुसलमानों को बुरी तरह निशाना बना रही है।
नाइजेरिया के इस्लामी आंदोलन नामक संगठन के प्रवक्ता ने कहा है कि सेना मुसलमानों के साथ बड़ा हिंसक बर्ताव कर रही है जिसे कदापि स्वीकार नहीं किया जा सकता।
काडोना से प्राप्त समाचार के मुताबिक प्रवक्ता ने एक बयान में सेना के इस दावे को ख़ारिज कर दिया कि इस्लामी आंदोलन संगठन की ओर से हिंसा को हवा दी जा रही है। प्रवक्ता ने कहा कि कई दशकों से अपनी सामाजिक व राजनैतिक गतिविधियों में इस संगठन ने कभी भी कोई ग़ैर क़ानून क़दम नहीं उठाया है।
प्रवक्ता ने कहा कि सेना को चाहिए कि देश के मुसलमानों के विरुद्ध हिंसक रवैया तत्काल बंद करे और शैख़ ज़कज़की को तत्काल रिहा किया जाए। नाइजेरिया में शीया और सुन्नी मुसलमान प्राचीन काल से शांतिपूर्ण रूप से जीवन व्यतीत करते आ रहे हैं
सेना का दावा था कि शैख़ ज़कज़की के समर्थक सेना आयोग के प्रमुख पर हमला करने की कोशिश कर रहे थे। शैख़ ज़कज़की उसी समय से जेल में हैं और उनकी शरीरिक हालत बहुत ख़राब बताई जाती है।
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