मन की बात में सूखे पर जताई चिंता: मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रेडियो पर देश को 'मन की बात' कार्यक्रम के माध्यम से संबोधित किया. पीएम के 'मन की बात' के कार्यक्रम का ये 19वां संस्करण है.

पीएम ने इस 'मन की बात' के कार्यक्रम में जलसंकट से लेकर सूखा, शिक्षा, गंगा सफाई, गैस सब्सिडी आदि पर बात की. पीएम ने जलसंकट से अपनी बात शुरू की. पीएम ने कहा कि पानी के संकटों से निपटने के लिए सरकारें अपना काम रही हैं, लेकिन इसके लिए नागरिकों के प्रयासों की भी आवश्यकता है. सरकारों के साथ नागरिक भी अच्छा प्रयास करते हैं. शुद्ध पानी देश का विकास तय करता है. शुद्ध पीने का पानी जीडीपी वृद्धि का कारण बन जाता है.

यहां किसानों के द्वारा जल संचय के लिए किए गए उपायों की भी पीएम ने सराहना की. मोदी ने लातूर में पानी पहुंचाने के लिए रेलवे की भी सराहना की. उन्होंने कहा मुझे किसी ने बताया कि मध्य प्रदेश में देवास जिले में गोरवा गांव पंचायत ने प्रयत्न करके खेत तालाब बनाने का अभियान चलाया.

पीएम ने कहा कि पानी संचय करने के प्रयास किए जाने चाहिए. बारिश के पानी को बचाने के लिए प्रयास होना चाहिए. मोदी ने कहा, 'इस बार अच्छा मानसून होने की खबर, ये अच्छी बात है, लेकिन ये एक चुनौती भी है कि कैसे हम फसलों की उत्पादकता को अधिकतम कर सकते हैं.'गंगा सफाई पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि सरकार गंगा सफाई के लिए गंभीर प्रयास कर रही है. गंगा के लिए आज करोड़ों भागीरथों की जरूरत है. गंगा सफाई के लिए लोगों का जागरूक होना जरूरी. गंगा जीवनदायिनी है, वो हमें रोटी देती है. इसके लिए जनभागीदारी जरूरी.

शिक्षा पर पीएम ने कहा, 'अब इसकी गुणवत्ता बढ़ाने का समय है. अब अच्छी और योग्य शिक्षा पर ध्यान देना होगा. स्कूलिंग से ज्यादा लर्निंग पर ध्यान देना होगा. बच्चों से स्कूल गतिविधियों पर खुलकर बात करें. शिक्षा के साथ स्किल का भी महत्व है. तकनीकों पर जोर दिया जाना चाहिए. पीएम ने कहा कि मुझे गर्व है कि 1 करोड़ परिवारों ने गैस सब्सिडी छोड़ी है. 80 प्रतिशत लोगों ने डिस्ट्रीब्यूटर के यहां कागज देकर छोड़ी सब्सिडी. इससे करोड़ों गरीब परिवारों को एलपीजी मिली. गैस सब्सिडी के लिए मैंने जनता पर भरोसा किया. जनता पर भरोसा कर अच्छे परिणाम मिलते हैं. पहले सिलेेंडर कितना मिले ये चुनावी मुद्दा होता था.

पीएम मोदी ने कहा कि कुंभ मेला हमारे देश की विशेषता है. कुंभ मेला पर्यटन के आकर्षण का भी केंद्र बन सकता है. कई लोग सिंहस्थ कुंभ की तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं, मैं चाहूंगा कि पर्यटन विभाग फोटो प्रतियोगिता करे जिससे लोगों को इसकी विविधता और विशिष्टता के बारे में पता चल सके. यह कुंभ मेला भले धार्मिक-आध्यात्मिक मेला हो, लेकिन हम उसको एक सामाजिक अवसर भी बना सकते हैं.

इस दौरान पीएम ने महाराष्ट्र के अहमदनगर का जिक्र किया और कहा कि महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के हिवरे बाजार ग्राम पंचायत ने पानी की समस्या से निपटने के लिए क्रॉपिंग पैर्टन को बदला और पानी ज्यादा उपयोग करने वाली फसलों को छोड़ने का फैसला लिया. किसानों का जिक्र किया. उन्होंने पानी की बचत के लिए गन्ने की खेती छोड़ दी. किसानों ने फलों और सब्जियों की खेती शुरू कर दी.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रेडियो पर देश को 'मन की बात' कार्यक्रम के माध्यम से संबोधित किया. पीएम के 'मन की बात' के कार्यक्रम का ये 19वां संस्करण है.

पीएम ने इस 'मन की बात' के कार्यक्रम में जलसंकट से लेकर सूखा, शिक्षा, गंगा सफाई, गैस सब्सिडी आदि पर बात की. पीएम ने जलसंकट से अपनी बात शुरू की. पीएम ने कहा कि पानी के संकटों से निपटने के लिए सरकारें अपना काम रही हैं, लेकिन इसके लिए नागरिकों के प्रयासों की भी आवश्यकता है. सरकारों के साथ नागरिक भी अच्छा प्रयास करते हैं. शुद्ध पानी देश का विकास तय करता है. शुद्ध पीने का पानी जीडीपी वृद्धि का कारण बन जाता है.

यहां किसानों के द्वारा जल संचय के लिए किए गए उपायों की भी पीएम ने सराहना की. मोदी ने लातूर में पानी पहुंचाने के लिए रेलवे की भी सराहना की. उन्होंने कहा मुझे किसी ने बताया कि मध्य प्रदेश में देवास जिले में गोरवा गांव पंचायत ने प्रयत्न करके खेत तालाब बनाने का अभियान चलाया.

पीएम ने कहा कि पानी संचय करने के प्रयास किए जाने चाहिए. बारिश के पानी को बचाने के लिए प्रयास होना चाहिए. मोदी ने कहा, 'इस बार अच्छा मानसून होने की खबर, ये अच्छी बात है, लेकिन ये एक चुनौती भी है कि कैसे हम फसलों की उत्पादकता को अधिकतम कर सकते हैं.'गंगा सफाई पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि सरकार गंगा सफाई के लिए गंभीर प्रयास कर रही है. गंगा के लिए आज करोड़ों भागीरथों की जरूरत है. गंगा सफाई के लिए लोगों का जागरूक होना जरूरी. गंगा जीवनदायिनी है, वो हमें रोटी देती है. इसके लिए जनभागीदारी जरूरी.

शिक्षा पर पीएम ने कहा, 'अब इसकी गुणवत्ता बढ़ाने का समय है. अब अच्छी और योग्य शिक्षा पर ध्यान देना होगा. स्कूलिंग से ज्यादा लर्निंग पर ध्यान देना होगा. बच्चों से स्कूल गतिविधियों पर खुलकर बात करें. शिक्षा के साथ स्किल का भी महत्व है. तकनीकों पर जोर दिया जाना चाहिए. पीएम ने कहा कि मुझे गर्व है कि 1 करोड़ परिवारों ने गैस सब्सिडी छोड़ी है. 80 प्रतिशत लोगों ने डिस्ट्रीब्यूटर के यहां कागज देकर छोड़ी सब्सिडी. इससे करोड़ों गरीब परिवारों को एलपीजी मिली. गैस सब्सिडी के लिए मैंने जनता पर भरोसा किया. जनता पर भरोसा कर अच्छे परिणाम मिलते हैं. पहले सिलेेंडर कितना मिले ये चुनावी मुद्दा होता था.

पीएम मोदी ने कहा कि कुंभ मेला हमारे देश की विशेषता है. कुंभ मेला पर्यटन के आकर्षण का भी केंद्र बन सकता है. कई लोग सिंहस्थ कुंभ की तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं, मैं चाहूंगा कि पर्यटन विभाग फोटो प्रतियोगिता करे जिससे लोगों को इसकी विविधता और विशिष्टता के बारे में पता चल सके. यह कुंभ मेला भले धार्मिक-आध्यात्मिक मेला हो, लेकिन हम उसको एक सामाजिक अवसर भी बना सकते हैं.

इस दौरान पीएम ने महाराष्ट्र के अहमदनगर का जिक्र किया और कहा कि महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के हिवरे बाजार ग्राम पंचायत ने पानी की समस्या से निपटने के लिए क्रॉपिंग पैर्टन को बदला और पानी ज्यादा उपयोग करने वाली फसलों को छोड़ने का फैसला लिया. किसानों का जिक्र किया. उन्होंने पानी की बचत के लिए गन्ने की खेती छोड़ दी. किसानों ने फलों और सब्जियों की खेती शुरू कर दी.

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